ओम पर्वत पृथ्वी पर आठ पर्वतों पर प्राकृतिक रूप से ॐ अंकित हैं जिनमे से एक को ही खोजा गया हैं और वह यही ॐ पर्वत हैं, इस पर्वत पर बर्फ इस तरह पड़ती हैं की ओम का आकार ले लेती हैं आदि कैलाश यात्रियों को पहले गूंजी पहुचना पड़ता हैं। यहां से वे ॐ […]
ओम पर्वत पृथ्वी पर आठ पर्वतों पर प्राकृतिक रूप से ॐ अंकित हैं जिनमे से एक को ही खोजा गया हैं और वह यही ॐ पर्वत हैं, इस पर्वत पर बर्फ इस तरह पड़ती हैं की ओम का आकार ले लेती हैं आदि कैलाश यात्रियों को पहले गूंजी पहुचना पड़ता हैं। यहां से वे ॐ पर्वत के दर्शन करने जाते हैं। उसके बाद वापस गूंजी आकर, आदि कैलाश की ओर प्रस्थान करते हैं। ॐ पर्वत की इस यात्रा के दौरान हिमालय के बहुत से प्रसिद्ध शिखरों के दर्शन होते हैं।
आदि कैलाश जिसे छोटा कैलाश के नाम से भी जाना जाता है, तिब्बत स्थित श्री कैलाश मानसरोवर की प्रतिकृति है। विशेष रूप से इसकी बनावट और भौगोलिक परिस्थितियां इस कैलाश के समकक्ष ही बनाती हैं। प्राकृतिक सुंदरता इस क्षेत्र में पूर्ण रूप से फैली हुई है। लोग यहां आकर आपार शांति का अनुभव करते हैं।
यहां भी कैलाश मानसरोवर की भांति आदि कैलाश की तलहटी में पार्वती सरोवर है जिसे मानसरोवर भी कहा जाता है। इस सरोवर में कैलाश की छवि देखते ही बनती है। सरोवर के किनारे ही शिव और पार्वती का मंदिर है।
बहुत से पर्यटकों को यही लगता है की आदि कैलाश पर्वत और ओम पर्वत एक ही है अगर आपको भी यही लगता है तो आप बिलकुल गलत है जी हाँ आदि कैलाश और ओम पर्वत और एक समान नहीं हैं। आदि कैलाश ब्रह्मा पर्वत और पाप ला के समीप स्थित है जबकि ओम पर्वत नाभिदंग भारत-चीन सीमा चौकी पर स्थित है जिसे कैलाश मानसरोवर यात्रा में देखा जा सकता है। आदि कैलाश के कई ट्रेकर्स अक्सर ओम पर्वत को देखने के लिए एक मोड़ बनाते हैं।
KMVN कुमाऊ मंडल पिछले कई सालों से आदि कैलाश की यात्रा करवा रहे है, यह यात्रा पैदल की जाती थी, १६ से १८ दिन की यात्रा हुवा करती थी | २०२१ में ॐ पर्वत तक BRDO ने पक्की सड़क बनाने का काम सुरु किया है| अब आदि कैलाश जीप द्वार भी जा सकते है |
२०२१ में हम ने आदि कैलाश और ॐ पर्वत की यात्रा जीप द्वार की उस यात्रा का विडियो नीचे दर्शित है